Navratri kyu manate hai : पीरियड्स में नवरात्रि व्रत रखें या नहीं , व्रती को किन जरूरी नियमों का पालन करना है?

चैत्र नवरात्रि चैत्र महीने में मनाया जाने वाला एक हिंदू त्योहार है, जो आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार मार्च या अप्रैल में आता है। यह भारत के कई क्षेत्रों, में हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का होती है। यह त्यौहार नौ दिनों तक चलता है और देवी दुर्गा और उनके विभिन्न रूपों की पूजा के लिए समर्पित है।

चैत्र नवरात्रि के दौरान, भक्त उपवास रखते हैं, विशेष प्रार्थना और अनुष्ठान करते हैं और देवी दुर्गा को समर्पित मंदिरों में जाते हैं। नवरात्रि का हर दिन देवी के अलग-अलग रूप की पूजा से जुड़ा है। यह त्यौहार नौवें दिन भगवान राम की जयंती राम नवमी के साथ समाप्त होता है, जिसे भक्तों द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में अत्यधिक सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व रखती है, और इसे पूरे भारत में और दुनिया भर के हिंदू समुदायों में लाखों लोगों द्वारा उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है।Navratri kyu manate hai : पीरियड्स में नवरात्रि व्रत रखें या नहीं , व्रती को किन जरूरी नियमों का पालन करना है तथा 1 साल में कितने नवरात्र होते हैं? सब जानेगे

नवरात्रि व्रत नियम

व्रती को किन जरूरी नियमों का पालन करना है नवरात्री व्रत के नियम हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखते हैं। ये नियम व्रती को नवरात्री के दौरान अनुसरण करने के लिए बताए जाते हैं, ताकि वे व्रत के द्वारा माँ दुर्गा को प्रसन्न कर सकें और उनकी कृपा प्राप्त कर सकें। ये कुछ प्रमुख नियम हैं नवरात्रि व्रत नियम

  1. निराहार व्रत: बहुत से व्रती नवरात्री के दौरान निराहार (अन्न और दाल वगैरह का त्याग) व्रत रखते हैं, जबकि कुछ लोग एक महिला या पुरुष प्रिय का अन्न खाते हैं।
  2. उपवास का अवधि: नवरात्री के दौरान उपवास की अवधि कुछ लोगों के लिए नौ दिनों तक होती है, जबकि कुछ लोग अधिक संख्या में उपवास रखते हैं।
  3. सात्विक आहार: जो भोजन व्रती खाते हैं, उसे सात्विक और निर्मल माना जाता है, जैसे कि सिंधी साग, सिंधी पकोड़ी, फल, सब्जियाँ, दूध, नट्स, आदि।
  4. माँ दुर्गा के पूजन: व्रती नवरात्री के दौरान माँ दुर्गा की पूजा और अर्चना करते हैं, जैसे कि दैनिक आरती, माँ के भजन गाना, आदि।
  5. पाठ और मंत्र: व्रती नवरात्री के दौरान माँ दुर्गा के प्रत्येक रूप के मंत्र और स्तोत्रों का पाठ करते हैं।
  6. ध्यान और ध्यान: व्रती को नवरात्री के दौरान माँ दुर्गा के ध्यान में लगाना चाहिए और उनके प्रति श्रद्धा और भक्ति का अभ्यास करना चाहिए।
  7. अगर नवरात्रि व्रत रख रहे हैं तो ब्रह्मचर्य का पालन करें।
  8. नवरात्रि व्रत में सुबह-शाम माता की आरती कर उन्हें भोग जरूर लगाएं।
  9. नौ दिन तक झूठ नहीं बोलना है।
  10. क्रोध करने से बचना है।
  11. किसी का बुरा नहीं सोचना है।
  12. भूलकर भी नवरात्रि में किसी कन्या का अपमान न करें।
  13. नवरात्रि व्रत में सिर्फ व्रत वाले ही चीजों का सेवन करें।
  14. व्रत के दौरान हर समय कुछ खाते रहने से बचें।
  15. अगर आपकी शारीरिक स्थिति ठीक नहीं है तो व्रत रखने से बचें।
  16. गर्भवती महिलाओं को व्रत नहीं रखना चाहिए।
  17. व्रत रखने वाले व्यक्ति को सुबह-शाम विधिवत माता रानी की पूजा करनी चाहिए।
  18. यदि कोई गंभीर बात है तो माता रानी से क्षमा मांगकर आप व्रत तोड़ सकते हैं। नवरात्रि व्रत कन्याओं को भोजन कराने के बाद ही खोला जाता है।
Navratri kyu manate hai

ये थे कुछ मुख्य नियम जो नवरात्री व्रत के दौरान अनुसरण किए जाते हैं, हालांकि व्रत के नियम स्थानीय संस्कृति और परंपराओं के अनुसार भिन्न-भिन्न हो सकते हैं।

नवरात्रि क्यों मनई जाती : Navratri kyu manate hai (Why is Navratri celebrated?)

रामभासुर नाम के एक असुर का एक पुत्र महिषासुर था। वह अत्यधिक शक्तिशाली था और अमरत्व की इच्छा से भगवान ब्रह्मा की तपस्या करता रहा। ब्रह्मा देव ने उसे दर्शन दिए और उसे वरदान मांगने का अवसर दिया। महिषासुर ने अमरत्व की मांग की, लेकिन ब्रह्मा ने उसे यह वरदान दिया कि “जिसने जन्म लिया है, उसकी मृत्यु होगी”। उसने फिर मांगा कि कोई स्त्री ही उसे मार सके, और उसका अधिकार किसी भी देवता, दानव या मानव पर न हो।

इस वरदान के बाद, महिषासुर ने अपना अत्याचार बढ़ाया और तीनों लोकों का अधिकार प्राप्त किया। देवताओं को उनके स्वर्ग से निकाल दिया गया और उनकी शक्तियों को हराया गया। इस परिस्थिति में, देवी-देवताओं ने धर्म स्थापना और महिषासुर के अत्याचारों से मुक्ति के लिए मां दुर्गा को आह्वान किया। देवी दुर्गा ने चैत्र नवरात्रि के दिन 9 रूपों में प्रकट होकर उनकी मदद की। उन्होंने देवताओं के लिए अस्त्र और शस्त्र प्रदान किए और महिषासुर का वध करने के लिए उन्हें प्रेरित किया। इन 9 रूपों को प्रकट करने का क्रम चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तक था। इस तरह, इन 9 दिनों को चैत्र नवरात्रि के रूप में मनाया जाता है।

नवरात्रि का मनाना हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण है। इसे माँ दुर्गा की पूजा और उनकी भक्ति में समर्पित किया जाता है। नवरात्रि के दौरान, लोग माँ दुर्गा के नौ रूपों की पूजा करते हैं और उनकी आराधना करते हैं। इस अवसर पर भक्ति, पूजा, पाठ, ध्यान और सेवा की अनेक रीतियाँ अपनाई जाती हैं।

नवरात्रि व्रत नियम

नवरात्रि का मनान अनेक कारणों से महत्वपूर्ण है:

  1. धार्मिक महत्व: नवरात्रि माँ दुर्गा के भक्तों के लिए महत्वपूर्ण है, जिन्हें इस अवसर पर उनकी पूजा और भक्ति में समर्पित होने का अवसर मिलता है।
  2. समाजिक महत्व: नवरात्रि के दौरान, समुदाय के लोग साथ मिलकर माँ दुर्गा की पूजा और उनके रूपों की आराधना करते हैं, जिससे समुदाय में एकता और भाईचारा बढ़ता है।
  3. सांस्कृतिक महत्व: नवरात्रि का मनान हिंदू संस्कृति का महत्वपूर्ण अंग है। इस अवसर पर लोग विभिन्न प्रकार के रंग, संगीत और नृत्य का आनंद लेते हैं, जिससे संस्कृति की धरोहर को बनाए रखने में मदद मिलती है।
  4. आध्यात्मिक महत्व: नवरात्रि के दौरान, लोग आध्यात्मिक उन्नति और साधना के लिए समय निकालते हैं। माँ दुर्गा की पूजा, पाठ, और ध्यान से उन्हें शांति, संतोष और साधना की प्राप्ति होती है।

इस प्रकार, नवरात्रि का मनान हिंदू समाज में एक पवित्र और महत्वपूर्ण आयोजन है जो धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है।

पीरियड्स में नवरात्रि व्रत रखें या नहीं (Navratri fast can be observed during periods.)

पीरियड्स में नवरात्रि व्रत रखें या नहीं अगर आपको व्रत रखने से पहले ही मासिक धर्म (पीरियड्स) आ गए हैं तो इस अवस्था में व्रत रख सकते लेकिन कुछ बातो ध्यान रखे । मासिक धर्म के समय महिला पूजा-पाठ कर सकते है पर पूजा में बिना प्रवेश किये मानसिक ध्यान-जप आरती, दुर्गा चालीसा कर सकते केवल पूजन सामग्री को स्पर्श करने से मना किया जाता है।

नवरात्रि से जुड़े कुछ प्रमुख प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं (Some important questions related to Navratri and their answers are given:)

बिना शुभारंभ के देर ना करते हुए, यहाँ नवरात्रि से जुड़े कुछ प्रमुख प्रश्न और उनके उत्तर दिए गए हैं:

पीरियड्स में नवरात्रि व्रत रखें या नहीं , व्रती को किन जरूरी नियमों का पालन करना है तथा 1 साल में कितने नवरात्र होते हैं?

  1. नवरात्रि क्या है?
  • नवरात्रि हिंदू धर्म में माँ दुर्गा की भक्ति और पूजा के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। यह नौ दिनों तक चलने वाला उत्सव है जिसमें हर दिन एक रूप की पूजा की जाती है।
  1. नवरात्रि के कितने प्रकार होते हैं?
  • नवरात्रि को दो बार मनाया जाता है: चैत्र नवरात्रि और शरद नवरात्रि। चैत्र नवरात्रि चैत्र मास में, जबकि शरद नवरात्रि अश्विन मास में मनाई जाती है।
  1. नवरात्रि के उपासना का क्या महत्व है?
  • नवरात्रि के दौरान माँ दुर्गा की पूजा, उपासना और भक्ति का अत्यधिक महत्व होता है। इसके माध्यम से विविध शक्तियों का आशीर्वाद प्राप्त होता है और भक्त को आध्यात्मिक उन्नति की प्राप्ति होती है।
  1. नवरात्रि में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?
  • नवरात्रि के दौरान कुछ लोग निराहार उपवास का पालन करते हैं, जबकि कुछ लोग फल और शाकाहारी भोजन का सेवन करते हैं। अनाज, चावल, दाल, गेहूं, मसूर और चने वगैरह का सेवन नहीं किया जाता है।
  1. नवरात्रि में क्या अन्य प्रकार के उपवास किए जा सकते हैं?
  1. नवरात्रि के दौरान क्या उपवास का महत्व है?
  • नवरात्रि के उपवास से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक शुद्धि होती है। इससे आत्मसंयम, ध्यान, आत्मविश्वास और आत्म-निर्धारण की वृद्धि होती है।
  1. नवरात्रि के दौरान क्या कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं?
  • नवरात्रि के दौरान विभिन्न स्थानों पर संगीत संध्या, भजन संध्या, रामलीला, नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

ये कुछ प्रमुख प्रश्न और उनके उत्तर हैं जो नवरात्रि से जुड़े हो सकते हैं।


चैत्र नवरात्रि 2024 नवमी कब है?

09 अप्रैल 2024     प्रतिपदा   मां शैलपुत्री पूजा घटस्थापना
10 अप्रैल 2024     द्वितीया   मां ब्रह्मचारिणी पूजा
11 अप्रैल 2024    तृतीया    मां चंद्रघंटा पूजा
12 अप्रैल 2024    चतुर्थी     मां कुष्मांडा पूजा
13 अप्रैल 2024    पंचमी      मां स्कंदमाता पूजा
14 अप्रैल 2024    षष्ठी       माँ कात्यायनी पूजा
15 अप्रैल 2024     सप्तमी     मां कालरात्रि पूजा
16 अप्रैल 2024    अष्टमी    मां महागौरी दुर्गा महाअष्टमी पूजा
17 अप्रैल 2024    नवमी    मां सिद्धिदात्री, राम नवमी
18 अप्रैल 2024    दशमी     नवरात्रि पारण

नवदुर्गा के 9 नाम कौन-कौन से हैं?

1- शैलपुत्री
2- ब्रह्मचारिणी
3- चन्द्रघण्टा
4- कूष्माण्डा
5- स्कंदमाता
6- कात्यायनी
7- कालरात्रि
8- महागौरी
9- सिद्धिदात्री


नवरात्रि के 9 दिन में कौन कौन से रंग के कपड़े पहने?

माँ दुर्गा जी को बैंगनी, लाल , पिला रंग काफी पसंद है. इस दिन भक्तों को बैंगनी, लाल , पिला रंग के कपड़े पहनने चाहिए.

1 साल में कितने नवरात्र होते हैं?

साल में 4 नवरात्रि होती हैं। माघ, चैत्र, आषाढ़ और अश्विन। इनमें से माघ और आषाढ़ में आने वाले नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहा जाता है।
नवरात्रि को दो बार मनाया जाता है: चैत्र नवरात्रि और शरद नवरात्रि। चैत्र नवरात्रि चैत्र मास में, जबकि शरद नवरात्रि अश्विन मास में मनाई जाती है।

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